Hindi Moral Stories For Kids: चिड़ियाघर की रौनक

प्रिय मित्रों आज हम लाए हैं एक Hindi Moral Stories For Kids एक बहुत ही मनोरंजक नैतिक कहानी।

चिड़ियाघर के जानवर 

आज चिड़ियाघर में बहुत भीड़ थी | लोग चिड़ियाघर में जानवरों की हरकतों से खुश  हो रहे थे। बंदर बच्चों की नकल उतार कर लोगों को हंसा रहे थे। 

जो उन्हें खाने की चीज दे रहे थे। कुछ बच्चे लोमड़ी को कह रहे थे। अब तुम्हारी चालाकी कहां है, यहां से निकलेा तो माने। 

लोमड़ी और लोमड़

रात को सारे जानवर और पक्षीं सो गए। सुबह लोमड़ी लोमड़ से बोली तुम बहुत डरपोक हो, सबसे डरते हो लोमड़ को इस बात पर बहुत गुस्सा आया। 

उसने कहा क्या बात है,आज सुबह-सुबह ही तुम्हारा मूड खराब है, सब ठीक तो है, लोमड़ी ने कहा बात ही कुछ ऐसी है, लोमड़ ने कहा अरी भगवान  कुछ बोलेगी भी या नहीं।  

लोमड़ी घर Hindi Moral Stories For Kids

तब लोमड़ी ने कहा हर जगह चिड़ियाघर का नाम इस्तेमाल होता है टिकटों पर उसका नाम, बाहर बोर्ड पर चिड़िया का नाम। 

हर बड़ा और बच्चा सिर्फ चिड़िया ही का नाम लेता है। आखिर वह करती क्या है। चिड़ियाघर के बजाय उसका नाम लोमड़ घर होना चाहिए। 

लोमड़ी की चालाकी 

और चिड़िया का यहां काम ही कोई नहीं, मेहनत तो हम करते हैं, लोग हमें देखने आते हैं। 

खास तौर पर मुझे, क्योंकि मेरी चालाकियां सारी दुनिया में मशहूर हैं। लोमड़ ने कहा देखो कहती तो तुम ठीक हो, मगर यह नामुमकिन नहीं है। 

चिड़िया की हमेशा के लिए छुट्टी हो जाएगी

अगर हम कोशिश करें तो ऐसी चालाकी से हम दोनों का नाम रोशन हो सकता है। चिड़िया की हमेशा के लिए छुट्टी हो जाएगी। 

लोमड़ ने कहा अच्छा यह तो बताओ यह सब कैसे होगा, लोमड़ी ने कहा यह बात तो तुम मुझ पर छोड़ दो। 

बंदरिया की सोच 

मैं सब से बात कर लूंगी। किसी को इस बारे में बताना ठीक नहीं, हमें होशियारी से भी काम लेना होगा। बंदरिया पिंजरे में बैठी कुछ सोच रही थी। 

उसने बंदर से कहा तुम्हें पता है, हर जगह चिड़ियाघर, चिड़ियाघर कहा जाता है, हर बच्चे और बड़े की जबान पर यही नाम होता है। 

बंदर घर

हालांकि लोग सिर्फ हमारी हरकतों को देखने यहां आते हैं, लेकिन वह नाम लेते हैं चिड़िया का,अगर वो अब मिल जाए तो उसके पर नोच लूं। 

इस जगह का नाम चिड़ियाघर के बजाय बंदर घर होना चाहिए। किसी से कहना नहीं क्योंकि हमने चुपचाप चिड़िया का तख्ता उलटना है। 

लोमड़ी और बंदरिया की बहस:Hindi Moral Stories For Kids

दूसरे पिंजरे में से गीदड़ ने बंदर से कहा, भाई लगता है तुम मेरे खिलाफ कोई साजिश कर रहे हो, बंदर ने कहा नहीं-नहीं हम तो तुम्हारी तारीफ कर रहे थे। 

चिड़िया की बात कर रहे थे। गीदड़ ने कहा अच्छा चिड़िया बहन की बात हो रही थी।  बंदरिया ने कहा मैंने काफी समय से यह सोच रखा था।  कि चिड़िया का नाम गायब करा दूंगी, यह देखो मैंने तो बोर्ड भी लिखवा लिया है।  

लोमड़ी और बंदरिया Hindi Moral Stories For Kids

यह बोर्ड जल्द ही बाहर दीवार पर लग जाएगा। लोमड़ी को यह बातें सुनकर बहुत गुस्सा आया।  और वह बोली, सुनो बंदरिया सबसे पहले मैंने ये सोचा था। 

मैंने भी लोमड़ घर लिखने को दिया है, इसका नाम अब चिड़िया घर नहीं, लोमड़ घर होगा। 

लोमड़ी बोली यह जगह अब हमारे नाम से होगी

गीदड़ बोल उठा, मेरी भी बात सुनो, तुम दोनों रहने दो, और इस जगह का नाम मेरे नाम पर रख दो, बहुत खूबसूरत लगेगा। बंदरिया ने बुरा सा मुंह बना कर कहा, ये मुंह और मसूर की दाल। 

लोमड़ी बोली यह जगह अब हमारे नाम से होगी।  गीदड़ ने उन्हें लड़ते देख कर कहा, हमें आपस में लड़ना नहीं चाहिए।  अगर हम लड़ेंगे, तो इस जगह का नाम नहीं बदला जाएगा। 

गीदड़ की राय  

जब मैनेजर आएगा, तो हम सब उनको अपनी-अपनी राय देंगे, जो नाम अच्छा लगेगा वह रख देगा।  

बंदरिया ने कहा, हां यह ठीक है। वैसे गीदड़ भाई तुम कभी-कभी अक्ल की भी बात कर जाते हो। 

हाथी फूफा Hindi Moral Stories For Kids

अभी वो आपस में बातें कर ही रहे थे। के सामने से हाथी आ गया उसने सूंड हिला कर कहा, क्या बात है, तुम सब ने इस तरह मुंह क्यों बनाया है।  

लोमड़ ने कहा हाथी फूफा आप इस चिड़िया घर में सबसे बड़े हैं, और सबसे ज्यादा काम भी करते हैं। 

लोमड़ी और बंदरिया की चालाकी 

बच्चों को सैर करवाते हैं, और हर एक को खुश रखते हैं। हाथी ने कहा लोमड़ी बात क्या है, हमें भी कुछ पता चले। 

लोमड़ी ने कहा हाथी फूफा आप खुद फैसला करें। कि छोटी सी चिड़िया के नाम पर इस जगह का नाम चिड़ियाघर रखा गया है। 

हाथी का नाम अच्छा नहीं लगेगा

हमने फैसला किया है कि,इसकी जगह हाथी फूफा आपका नाम होना चाहिए। हाथी ने कहा क्या ? मेरा ख्याल है कि हाथी का नाम अच्छा नहीं लगेगा। 

बंदरिया फौरन बोली आप कैसी बातें कर रहे हैं, आपका नाम बहुत अच्छा है। और अच्छा लगेगा, और चिड़िया ने आपको कई बार बुरा भला कहा है। 

चिड़िया के खिलाफ साजिश 

हाथी ने कहा, अच्छा यह बात है।  तो जैसे तुम लोगों की मर्जी, वैसे यह सब कुछ होगा कैसे, लोमड़ी ने कहा यह आप मुझ पर छोड़ दे।

मैं चुपके से चिड़िया के पास जाऊंगी, और उसे धोखे से यहां ले आऊंगी, फिर हम सब उसके पर नोच लेंगे, इस तरह वह मर जाएगी। 

बंदर की राय Hindi Moral Stories For Kids

और उसके मरने के बाद यहां आपका नाम आ जाएगा। बंदर ने कहा, अगर इजाजत हो तो मैं भी एक राय दूं। 

लोमड़ी ने कहा हां हां भाई क्यों नहीं कहो, बंदर ने कहा, चिड़िया को कुछ कहने की जरूरत नहीं, अभी थोड़ी देर में खाने वाला आएगा। 

भूख हड़ताल और शेर 

हम भूख हड़ताल कर देंगे, और बात मैनेजर तक पहुंच जाएगी, जब मैनेजर आएगा तो हम सब उसे बता देंगे, कि यह मामला है। 

बंदर बात कर चुका तो, शेर दहाड़ता हुआ बोला, मैंने तुम सब की बातें सुन ली है।  तुम लोगों ने मुझसे पूछा तक नहीं मैं शेर हूं।  

शेर जंगल का राजा Hindi Moral Stories For Kids

जंगल का राजा हूं, बंदर ने कहा भाई, यह जंगल नहीं चिड़ियाघर है, शेर ने कहा जो भी हो मैं राजा हूं। और इस जगह का नाम अब मेरे नाम पर रखा जाए। 

मैं सबसे बहादुर हूं। सब मेरे नाम से डरते हैं, और मुझे यहां देखने आते हैं। मैं अपनी एक दहाड़ से सैकड़ो लोगों को जमा कर लेता हूं। 

शेर घर और हाथी घर

अब हर तरफ शेर घर होगा शेर घर। बंदर ने फिर डरते हुए कहा मुंह संभाल कर बातें करें शेर भाई, आप सिर्फ जंगल में राजा होंगे। 

और आपको पता नहीं हाथी फूफा खड़े हैं. और हमने फैसला किया है कि, हम इसका नया नाम हाथी घर रखेंगे। 

हमारा मिशन कैसे पूरा होगा

शेर ने कहा मेरा नाम होगा, और बस मेरा नाम होगा। हाथी ने कहा “भाइयो मैं आपस में लड़ाई पसंद नहीं करता, तुम लड़ो मत। बंदर बोला हाथी फूफा यह आप क्या कह रहे हैं, यह तो आपका हक बनता है। 

हाथी ने कहा, मैं यह नहीं चाहता कि मेरी वजह से लड़ाई हो, हम सबको मिलकर रहना चाहिए, अगर हम आपस में लड़ पड़े तो हमारा मिशन कैसे पूरा होगा। 

खाना वाला

गीदड़ ने कहा मैंने बाकी साथियों को खबर दे दी है कि, आज भूख हड़ताल है, वह देखो खाना वाला भी आ रहा है, सब खामोश होकर बैठ जाओ। 

खाना वाला सबसे पहले गीदड़ के पास आया, और कहा लो गीदड़ खाना आ गया है। अपना बर्तन लोओ, गीदड़ ने कहा, मैं खाना नहीं खाऊंगा, ले जाओ। 

खाने वाला रीछ के पास गया और कहा यह लो खाना, रीछ ने भी खाने से इनकार कर दिया, खाने वाला बंदर के पास आया, और कहा तुम ही खाना खा लो। 

हमारी मांगे पूरी करो 

बंदर ने कहा, हम खाना नहीं खाएंगे, सब जानवरों ने खाना खाने से इनकार कर दिया। तब उसने कहा क्या, रात को किसी ने तुम्हारी दावत की थी, खाने वाले ने गुस्से से कहा। 

बंदर ने कहा, आज हम सब ने हड़ताल की हुई है, भूख हड़ताल। हमारी मांगे पूरे किए जाएं, हाथी ने कहा, अपने मैनेजर को भेजो, हमें बात करनी है। 

मैनेजर साहब

वरना हम सब शोर मचाएंगे, यह कहना ही था, कि सबने शोर मचाना शुरू कर दिया। खाना लाने वाले ने कहा अच्छा-अच्छा मैं अभी मैनेजर साहब को बुलाता हूं। 

मैनेजर साहब जानवरों की आवाज़ सुनकर भागे हुए आए, और कहा क्या बात है। तुम लोग इतना शोर क्यों मचा रहे हो। 

हम सब खाना नहीं खाएंगे :Hindi Moral Stories For Kids

और खाना खाने से इंकार क्यों कर रहे हो। हाथी ने कहा हम सब उस वक्त तक खाना नहीं खाएंगे, जब तक चिड़िया घर का नाम ना मिटा दिया जाए। 

मैनेजर ने कहा, अच्छा तो यह बात है, पहले तो तुम सब मिलजुल कर रहते थे। चिड़िया को इज्जत की निगाह से देखते थे, और उसे बड़ी बहन कहते थे, अब चिड़िया को क्या हो गया है। 

हम अपने घरों से निकलने से इनकार कर देंगे

हाथी ने कहा अब और किसी का नाम आना चाहिए। हम सब का इस घर पर हक है। 

लोमड़ी ने कहा मैनेजर साहब अगर हमारी मांग पूरी ना हई, तो हम सब अपने-अपने घरों से निकलने से इनकार कर देंगे, और इस तरह आप लोगों का नुकसान होगा। 

जानवरों की लड़ाई Hindi Moral Stories For Kids

मैनेजर कहने लगा ठीक है, हमें यह लिखकर दे दो, कि  किसके नाम पर इस जगह का नाम रखना है। 

मैनेजर की यह बात सुनकर शेर ने कहा, मेरे नाम पर होगा, गीदड़ बोला मेरे नाम पर होगा, लोमड़ी चीखी नहीं नहीं मेरे नाम पर, बंदर ने उछलकर कहा नहीं मेरे नाम पर, हाथी ने सूंड हिला कर कहा मेरा नाम होना चाहिए।  

मैनेजर की समझदारी 

मैनेजर ने कहा तुम में अब तक इकाई नहीं है तो बाद में क्या होगा। बहरहाल हम सोच समझ कर दूसरा नाम रख देंगे। मैनेजर चला गया। तो सब जानवर खुशी से झूमने लगे। 

लोमड़ी ने कहा साथियों सुबह फैसला हो जाएगा। मैनेजर समझदार आदमी है। वह समझदारी से नाम बदल देगा। 

चिड़िया शांति का निशान

सुबह होते ही चिड़िया उड़ती हुई उनके पास आई, सब ने उसकी तरफ से मुंह फेर लिया, चिड़िया ने कहा मुझे पता है कि, आप लोग मुझसे नाराज हैं आपको ऐतराज है कि मेरे नाम पर चिड़ियाघर क्यों रखा गया है। 

दरअसल मैं शांति का निशान हूं। सबको प्यार और मोहब्बत का पैगाम देती हूं। अगर आप नहीं चाहते तो ठीक है, मैं यहां से हमेशा के लिए चली जाती हूं। 

सबको इस प्यारे घर की हिफाजत करनी चाहिए 

मैं खुद मैनेजर को कहूंगी, कि मेरे नाम की बजाय लोमड़ी, बंदर, रीछ, गीदड़, शेर, फूफा हाथी किसी का भी नाम रख दें। मुझे खुशी होगी। 

मैंने कभी इसे सिर्फ अपना घर नहीं समझा, मैं हर घर को अपना घर समझती हूं। मैंने कभी किसी को गैर नहीं समझा, हम सबको इस प्यारे घर की हिफाजत करनी है। 

सभी जानवर शर्मिंदा हुए Hindi Moral Stories For Kids

मैं अब चलती हूं, और कभी यहां नहीं आऊंगी। मैनेजर साहब आप में से किसी के नाम पर इस घर का नाम रख देंगे। बंदर ने कहा रुक जाओ, चिड़िया बहन, भगवान के लिए रुक जाओ। 

मुझे माफ कर दो, मैं तुमसे बहुत शर्मिंदा हूं, तुमने मेरी आंखें खोल दी है। लोमड़ी बोली, मैं भी तुमसे शर्मिंदा हूं। 

मैंने ही तुम्हारे खिलाफ गलत प्लान बनाया था, और तुम्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश की, इसके लिए हम माफी चाहते हैं। 

चिड़िया बहन जिंदाबाद, चिड़ियाघर जिंदाबाद

हाथी ने कहा मुझे भी माफ कर दो, मैं लालच में आ गया था, यह घर सिर्फ तुम्हारे नाम पर ही अच्छा लगता है। और हमेशा यह तुम्हारे नाम पर ही रहेगा। तुम हमें अकेला छोड़कर ना जाओ। 

सब जानवरों की आंखों में आंसू आ गए, चिड़िया ने रोते हुए कहा, अच्छा तुम कहते हो तो नहीं जाऊंगी  यह सुनना था कि सबने नारा लगाया, चिड़िया बहन जिंदाबाद, चिड़ियाघर जिंदाबाद। 

Leave a Comment