Moral Stories In Hindi-2023 की चुनिंदा नैतिक कहानियाँ।

Moral Stories In Hindi ke is Segment [ संग्रह ] की पहेली Story

“खुशियों की चिड़िया”

अजय का परिवार 

बहुत पुरानी बात है, एक छोटा सा लड़का अजय अपने माता-पिता के साथ एक लकड़ी के घर में रहता था।

अजय  का परिवार बहुत गरीब था, उसके पिता एक लकड़हारा थे और उसकी मां शहर के लोगों का कपड़ा बनाती थीं। उनका घर रूस के उत्तर में एक बड़े जंगल में था।

गर्मियों में दिन लंबे होते थे और जंगल जानवरो से भरा रहता था, जहां पक्षियों के गाने और उनकी आपस में बातचीत से जंगल गूंजा करता था।

अजय के पिताजी ने अजय को  अलग-अलग पक्षियों के नाम सिखाते थे और छोटे से अजय ने जल्दी ही उन सभी के नाम और उनके गीतों को याद कर लिया।

अजय बीमार हो गया

लेकिन जब सर्दियाँ आती थीं, दिन बहुत छोटे होते थे और हर जगह गहरी बर्फ जमी होती थी,

तो जंगल शांत हो जाता था क्योंकि सभी पक्षी गर्म देशों में सर्दियों के महीनों को बिताने के लिए चले जाते थे।

एक बार सर्दियों में अजय बीमार हो गया, उसकी मां ने उसके लिए विशेष भोजन और पेय बनाए, लेकिन उसकी हालत और खराब हो गई।

शहर से डॉक्टर आये और उन्होंने अजय को देखा और उसके साथ कुछ समय बिताकर बातें कीं और उसे लगातार दवाई देकर चेक करते रहे|

देशभर में बहुत से बच्चे बीमार हो रहे हैं । Moral Stories In Hindi

फिर वह अजय के माता-पिता से बात की। और बोले, “वह बहुत बीमार है, लेकिन मुझे नहीं पता कि उसे क्या हो रहा है।

इस सर्दियों में देशभर में बहुत से बच्चे बीमार हो रहे हैं और मर रहे हैं, और कोई नहीं जानता कि यह क्यों हो रहा है। माफ़ कीजिए, लेकिन मैं कुछ नहीं कर सकता हूँ।

उसे अच्छा खाना खिलाएं और सुनिश्चित करें कि वह अधिक से अधिक सोता रहे।” अगले कुछ दिनों में अजय की हालत और बिगड़ गई, वह और जयादा बीमार हो गया।

वह सारा दिन बिस्तर में पड़ा रहता और उसके खिलौनों से बोर हो गया, उसके पिताजी ने उसे जंगल से कई चीजें लाकर दी ताकि उसे यह याद न रहे कि वह बीमार है, लेकिन वह किसी भी चीज में रुचि नहीं दिखाता था |

मुझे पक्षियों के गीत की याद आ रही है। Moral Stories In Hindi

उसका चेहरा सफेद हो गया था और वह खाना नहीं खाना चाहता था। कभी-कभी रात में उसे बुखार बहुत ज्यादा होता था और फिर उसे ख्वाब में यह लगता था कि वह जंगल के ऊपर उड़ रहा है और अपने परिवार के छोटे से घर को नीचे देख रहा है।

एक रात बहुत सर्द थी सुबह जब अजय उठा तो, उसने अपने पिताजी को अपने पास  पाया। उसके पिता ने पूछा, “तुम्हारी कोई ख्वाहिश है क्या?” उसने पिताजी से कहा।

“हां, है, पिताजी,” अजय, बोला  “मुझे पक्षियों के गीत की याद आ रही है। क्या आप मेरे लिए एक पक्षी पकड़कर मेरे कमरे में रख सकते हैं?

यदि आप मेरे बिस्तर के ऊपर के खाने में पक्षी का पिंजरा लगा देंगे, तो मैं पक्षी का गीत सुन सकूंगा और जंगल की ध्वनियों को याद कर सकूंगा।”

लकड़ी की चिड़िया। Hindi Moral Stories

तब उसके पिताजी ने मुस्कुराते हुए कहा, “ठीक है, अजय, मैं आपके लिए कल ही एक पक्षी को लेकर आऊंगा।” लेकिन उन्हें यह पता था कि अभी सर्दी के दिन है और जंगल में कोई पक्षी नहीं होगा। यह उनके बेटे की एकमात्र ख्वाहिश थी और वह उसे नहीं दे पा रहे है | 

“शायद आप उसे एक लकड़ी की चिड़िया बना कर दे सकते हैं,” उसकी मां ने कहा। “आप उन छोटी लकड़ियों में से किसी एक का उपयोग कर सकते हैं जो हम आमतौर पर आग में जलाते हैं।”

अजय के पिताजी ने चिड़िया बनाना शुरू की

आज कुछ ज्यादा ही सर्दियों वाला दिन था और जंगल में पेड़ काटने में कठिनाई हो रही थी, लेकिन जब वह काम कर रहे थे, तब उन्होंने सोचा कि लकड़ी की एक चिड़िया कैसे बनाएं। यकीनन, यह गाना कभी नहीं गाएगी, उन्होंने अपने आप से कहा, लेकिन शायद अगर यह बहुत सुंदर हो तो अजय को पसंद आ जाएगी

रात के खाने के बाद, उन्होंने  चिड़िया बनाना शुरू की। पहले कुछ बार जब उन्होंने प्रयास किया, तो वह सही नहीं बना पाए , अंत में वो बहुत मोटी और बहुत भारी थी और उड़ने के लिए अत्यधिक भारी थी, उन्हेाने उन सब को एक-एक करके आग पर रख दिया और अपने सिर पर हाथ रख लिया।

“यह बहुत सुंदर है, लेकिन यह अभी तैयार नहीं है”। Moral Stories In Hindi

  अब रात आधी से ज्यादा गुजर चुकी थी और बाहर अभी भी बर्फ गिर रही थी, फिर वह अचानक अपने आप से कहने लगे,

“मुझे पता है कि चिड़िया को बस दो टुकड़ों की ज़रूरत है। अगर मैं लकड़ी को सावधानीपूर्वक काटता हूँ, तो चिड़िया को असली पंख मिल सकता हैं।”

पहले उन्होंने सिर, शरीर और पूंछ के लिए लकड़ी का टुकड़ा लिया। और उन्होंने पूंछ के साथ शुरूआत की, उसे अपने दाहिने हाथ से पंखों में बदलने लगे।

जब उसकी पूंछ बन गई तो वो बहुत खुश हुए, और उन्होंने ने पंखों के लिए कुछ और लकड़ी ली। कई बार वो बन कर टूट गए और वो उसे फिर से शुरू करते , लेकिन अंत में उन्होंने इसे पूरा कर ही लिया | सूर्य उदय होने लगा उन्होंने जब अपनी पत्नी को चिड़िया दिखाई। तो वह बोली, “यह बहुत सुंदर है, लेकिन यह अभी पूरी तरह तैयार नहीं है।”

चिड़िया पूरी तरह से बन गई। Moral Stories In Hindi For Kids

उनकी पत्नी ने एक सूई और कुछ धागा लिया और सावधानीपूर्वक पूंछ के और पंखों के सिरे को एक साथ बांध दिया।

जल्द ही वह सभी एक दुसरे से मिल गए, जैसे एक असली पक्षी पर होते हैं। फिर उनकी पत्नी ने चिड़िया के बीच में एक लंबा सा धागा बांध दिया, इस तरह वह उसे अजय के बिस्तर के ऊपर लटका सकते थे।

वे मिलकर चिड़िया को देख रहे थे, अब जब वह पूरी तरह से बन गई। तो वह बहुत खुशी के साथ अपने बेटे के सामने गए, जबकि अजय ने इसे उस जंगल में कभी नहीं देखा था।

अजय ने पुछा “इसका क्या नाम है?” यह एक अच्छा सवाल है। मैं बाद में जानकारी लेकर आपको बताऊंगा।”      

“आपने पक्षी का नाम सोच लिया है?”  Hindi Moral Stories

अगली सुबह जब वह अपने बेटे के कमरे में गए, तो उन्होंने अजय को बिस्तर में बैठे हुए पाया, उसका हाथ अपने हाथ में लेकर उन्होंने अजय से उसका हाल पुछा। “आपने पक्षी का नाम सोच लिया है?” अजय ने पूछा। “अभी नहीं, मेरे बेटे, मैं तुम्हें बाद में बताऊंगा,” उसके पिता ने जवाब दिया

उस रात अजय के पिताजी ने अपने बेटे के कमरे में जाकर धागा धीरे-धीरे छोटा कर दिया, अब चिड़िया अजय के चेहरे से थोड़ी ऊपर लटक रही थी।

तीन दिनों बाद उन्होंने अजय को बिस्तर पर घुटने पर खड़े होकर चिड़िया को छूने की कोशिश करते हुए पाया, उसका हाथ बहुत पास था।

चिड़िया का नाम ‘’उड़ती सुंदरता।

क्या आपने मेरी चिड़िया का नाम तय कर लिया है?” अजय ने पूछा। “अभी तक नहीं, मेरे बेटे, लेकिन मैं उसे जल्द ही नाम दूंगा।” अजय के पिताजी ने कहा। अजय आगे बढा और उसने उसके हाथ से चिड़िया को छूने की कोशिश की, उसका हाथ बहुत ही पास था

“इसका क्या नाम है?” अजय ने पुनः पूछा। “अब तुम्हारी चिड़िया का नाम है ‘’उड़ती सुंदरता’,” उसके पिताजी ने खुश होकर कहा।

अजय भी मुस्कुराने लगा, वह जानता था कि यह उसकी चिड़िया है, जो वह चाहता था। और उसके पिताजी को बहुत खुशी हुई, वह जानते थे कि चिड़िया की वजह से अजय की जिंदगी दोबारा लौट आई ।

अजय की खुशी उड़ती रही। Moral Stories In Hindi

अजय और उड़ती सुंदरता एक-दूसरे के साथ अगली सुबह से खेलने और गाने के लिए तैयार हो गए।

अजय ने देखा कि चिड़ियां अपने पंखों का उपयोग करके बहुत ऊँचाईयों तक उड़ सकती हैं और वह खुशी से देखता कि वह अपनी चिड़िया के साथ सफ़र कर रहा है

अजय की खुशी उड़ती रही और अब उसके परिवार को उसकी बीमारी की चिंता खत्म हो गई।

उसके पिताजी ने सीखा कि परिश्रम और संघर्ष से हम अपने सपनों को साकार कर सकते हैं और वह अपने बच्चों की खुशी के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।

खुशियों की चिड़िया आगे बढ़ी और एक सपने से अधिक हो गई, यह उनके परिवार का प्रतीक बन गई और उसकी कहानी और गीत दूसरे लोगों को प्रेरित करने लगी।

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Story No: 2 “सेब का पेड़”

छोटा लड़का और पेड़ 

    जंगल में गांव के रास्ते में एक विशाल सेब का पेड़ था। एक छोटा सा लड़का रोज उसके पास खेलने आता था। हर दिन वह पेड़ के शीर्ष पर चढ़ जाता, सेब खाता और छाया के नीचे एक नींद लेता।

उसे पेड़ बहुत पसंद था और पेड़ को भी उसके साथ खेलने में आनंद आता था। समय बीतता गया, छोटा लड़का बड़ा हो गया और वह पेड़ के पास अब रोज नहीं खेलता था।

मुझे खिलौने चाहिए

 एक दिन लड़का पेड़ के पास आया और वह बहुत दुखी दिखाई दे रहा था। पेड़ ने उससे पूछा, “मेरे साथ खेलेगा?” लड़का बोला, “मैं अब एक बच्चा नहीं हूं, और मैं अब पेड़ के साथ खेलने वाला नहीं हूं। मुझे खिलौने चाहिए, मुझे पैसे की जरूरत है उन्हें खरीदने के लिए।

पेड़ ने कहा, मेरे पास पैसे नहीं हैं। लेकिन तुम मेरे सेबों को तोड़ सकते हो और उन्हें बेचकर तुम्हे पैसे मिलेंगे।” लड़का खुशी से झूम उठा, उसने पेड़ की सभी सेबें तोड़ ली और खुशी-खुशी चला गया। सेब लेकर जाने के बाद लड़का काफी समय तक वापस नहीं लौटा। पेड़ दुखी हो गया।

लड़के को घर चाहिए। Moral Stories In Hindi

एक दिन लड़का वापस आया और पेड़ के पास बैठ गया, तो पेड़ बहुत खुश हुआ। पेड़ ने कहा, “मेरे साथ खेलेगा?” लड़के ने कहा, “मेरे पास खेलने का समय नहीं है, मुझे  परिवार के लिए काम करना पड़ता है, हमें रहने के लिए एक घर चाहिए। क्या तुम मेरी मदद कर सकते हो?”

पेड़ ने कहा, “माफ़ कीजिए, मेरे पास घर नहीं है, लेकिन तुम मेरी डालियों को काटकर अपना घर बना सकते हो।”

लड़के ने पेड़ की सभी डालियाँ काट डाली और खुशी-खुशी चला गया। पेड़ ने उसे खुश देखकर खुशी महसूस की, लेकिन फिर से वह अकेला और उदास हो गया।

मुझे एक नाव चाहिए 

 बहुत दिनों बाद, एक गर्मी के समय लड़का वापस आया और पेड़ बहुत खुश हुआ। पेड़ ने कहा, “मेरे साथ खेलेगा?”

लड़के ने कहा, “मैं बहुत उदास हूँ और बढ़ती उम्र का हूँ, मुझे तालाब जाकर काम करना है। क्या तुम मुझे एक नाव दे सकते हो?”

पेड़ ने कहा, “मेरे तने का उपयोग करके तुम अपनी नाव बना सकते हो।” लड़के ने पेड़ के तने को काटकर नाव बनाई, और वह चला गया, और काफी समय तक नहीं लौटा।

पेड़ ने कहा तुम्हे देने के लिए अब कुछ नहीं है

  अंत में बहुत सालों बाद, लड़का वापस आया। पेड़ ने कहा, “माफ़ करो मेरे बच्चे, मेरे पास तुम्हे देने के लिए अब कुछ नहीं है।

तुम्हें सेब नहीं मिलेंगे।” लड़के ने कहा, “सेब चबाने के लिए मेरे दांत नहीं हैं।” पेड़ ने कहा, “तुम्हारे चढ़ने के लिए और बढ़ती उम्र के लिए मेरा तना नहीं है।”

“मैं तुम्हें कुछ नहीं दे सकता, बस मेरे मरते हुए जड़ों के पास तुम्हारे लिए बस एक आराम करने की जगह है। मैं थक गया हूँ इतने सालों के बाद।” लड़का बैठ गया और पेड़ खुश हुआ और आंसू बहाते हुए मुस्काया।

समाप्ति- Moral Stories In Hindi

 यह हर किसी के लिए एक कहानी है, पेड़ हमारे माता-पिता हैं। जब हम छोटे होते हैं तब हम माँ और पिताजी के साथ खेलते हैं,

लेकिन जब हम बड़े होते हैं तब हम उनके पास सिर्फ जब कुछ चाहिए होता है या हम मुसीबत में होते हैं तभी जाते हैं।

चाहे कुछ भी हो, माता-पिता हमेशा हमारे पास रहेंगे और अपना सब कुछ देकर हमें खुश करने का प्रयास करेंगे।

आप शायद सोच सकते हैं कि लड़का पेड़ के प्रति कितना निर्दयी था, लेकिन यही व्यवहार हम सभी अपने माता-पिता के साथ कर रहें हैं।”

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Story No. 3 जंगल में तूफान 

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तूफान

बाहर तूफान का शोर था और खिड़कियों पर बारिश का पानी गिर रहा था। मैक्स, एक छोटा लड़का था, और अपने कमरे में बैठा था,

भेड़िया की पोशाक पहने हुए। वह क्रोधित था। उसे खाना नहीं दिया गया और शरारत करने के कारण बिस्तर पर भेज दिया गया।

मैक्स ने खिड़की से बाहर देखा तूफान देखते हुए। उसने सोचा कि वह  नाव पर सवार हो कर राक्षसों के देश में जाएगा जो वहाँ से काफी दूर था।

जंगली जमीन

मैक्स ने अपनी कल्पना को साकार करने के लिये और वाइल्ड थिंग्स की भूमि पर जाने के लिए एक नाव ली और सफर पर निकल गया।

जैसे ही मैक्स वाइल्ड थिंग्स की भूमि पर कदम रखा उसके सामने कई राछस आ गए |

उन  राक्षसों के पंजे और दांत दोनों बहुत तेज थे। मैक्स जरा भी नहीं डरा, हालांकि उन्होंने उसे दहाड़ा और गुर्राया।

जब मैक्स ने वाइल्ड थिंग्स की आंखों में देखा, तो वे इतने आश्चर्यचकित हो गए कि उन्होंने दहाड़ना बंद कर दिया।

और  जब मैक्स ने उन्हें बताया कि वह वाइल्ड थिंग्स का राजा है, तो वेा और भी आश्चर्यचकित हो गए।

वाइल्ड थिंग्स और मैक्स ने काफी समय एक साथ बिताया। उन लोगों ने खेल खेला,

कहानियां सुनाई और रमपश किया। रमपश एक हिंसक और पागल नृत्य था, जिसने जमीन और पेड़ों को हिला दिया।

घर जाना

मैक्स को कुछ समय बाद अपना घर याद आने लगा। उसने वाइल्ड थिंग्स को बताया कि उसे घर जाना है।

वाइल्ड थिंग्स को मैक्स के जाने का सुनकर दुख हुआ, लेकिन वे जानते थे कि उसे अपनी ही दुनिया में वापस जाना होगा।

मैक्स ने वाइल्ड थिंग्स को अलविदा कहा और अपनी नाव पर सवार हो गया। वह अपने नए दोस्तों से दूर हो गया, लेकिन वह जानता था कि वह उन्हें कभी नहीं भूलेगा।

अपनी दुनिया में वापसी 

जब वह अपनी दुनिया में वापस आया, तो मैक्स ने अपनी माँ को इंतजार करते देखा। वह उसे देखकर इतनी प्रसन्न हो गई कि उसे गले से लगा लिया।

मैक्स ने अपनी माँ को वाइल्ड थिंग्स की भूमि में किया गया काम बताया, जिसे वह मुस्कुराती हुई सुनी।

मैक्स को पता था कि वाइल्ड थिंग्स की भूमि पर की गई यात्रा कभी भी भुला नहीं पायेगा।

वह एक जगह थी जहां वह स्वयं हो सकता था और अपने विचारों को साकार कर सकता था।

समाप्ति

मुझे आशा है! कि वाइल्ड थिंग्स के बारे में यह कहानी आपको पसंद आई होगी,! Comment जरूर करें।

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