Motivational Hindi Stories :2024 मेहनत का फल 

नौ वर्ष की शरुआत हम Motivational Hindi Stories इस series से कर रहे हैं।

शेर और  शेर के बच्चे 

किसी जंगल में एक शेर रहता था। लंबा चौड़ा और खतरनाक उसके पांच बच्चे थे। बच्चे भी से शेर की तरह लम्बे चौड़े थे। और शेर जब भी शिकार को जाता अपने साथ अपने पांचो बच्चों को भी ले जाता। 

पहले तो बच्चों को पता नहीं था। शिकार किस तरह किया जाता है। मगर  धीरे-धीरे शेर ने बच्चों को शिकार के सारे गुण सिखा दिए। अब पांचो बच्चे शिकार करने में खूब माहिर हो गए। 

शेर के बच्चों का  शिकार

वह इतना शिकार कर लेते थे कि, वह पांचो और उनके माँ-बाप आराम से खा लेते थे। धीरे-धीरे बड़ा शेर और शेरनी बहुत कम शिकार को निकालने लगे। 

पांचो बच्चे सुबह सवेरे ही अपने गुफा से निकल जाते, और सारे जंगल में घूमते फिरते, और बहुत सारा शिकार लेकर घर लौटते। बूढ़े शेर और शेरनी को बहुत ज्यादा खाना और आराम करने को मिला, तो एकदम सुस्त और मोटे हो गए। 

लोमड़ी और जंगल के जानवर / Motivational Hindi Stories

जो लोग मेहनत नहीं करते, और हर दम खाते रहते हैं, वह इसी तरह सुस्त और बेकार हो जाते हैं। इसी जंगल में एक लोमड़ी रहती थी। उसके तीन बच्चे थे। वह सोचती थी, अभी तो उसके बच्चे छोटे हैं। 

कहीं ऐसा ना हो कि, जब वह बड़े हो तो, शेर के बच्चे उन पर हमला कर दें, और उन्हें भी खा जाए। लोमड़ी के अलावा जंगल के दूसरे जानवर भी शेर के बच्चों के हमले से डरे हुए थे। 

लोमड़ी की उधेड़बुन

उन्होंने लोमड़ी से कहां की वह हम सब में चालाक और होशियार है। वह कोई ऐसी तरकीब निकाले कि, हमारे बच्चों की जान बच सके, अब लोमड़ी रात दिन इसी उधेड़बुन में रहती कि, आखिर ऐसा कौन सा काम किया जाए कि, उन शेर के बच्चों का ध्यान हट जाए। 

और वह बच्चों पर हमला करना छोड़ दे। एक दिन वह एक ऐसी जगह जाकर छुप कर बैठ गई। जहां शेर का सबसे छोटा बच्चा शिकार को आता था। जब उसने देखा कि शेर का बच्चा उससे कुछ दूरी पर है। 

लोमड़ी की तरकीब 

तो वह लंगड़ाते हुए बाहर निकल आई। और जोर से बोली, मैं तो इस जंगल की कमजोर जानवर हूं। अगर मैं बीमार हो जाऊं, तब भी मुझे खाने की तलाश में बाहर निकालना पड़ता है। 

आप तो जंगल के राजकुमार हैं। आपको किस चीज की कमी है। जो इस तरह मारे मारे फिरते हो। आप चाहे तो अपने लिए जादुई चिराग ला सकते हो। 

यह जादुई चिराग क्या होता है Motivational Hindi Stories

शेर के बच्चे ने लोमड़ी की बात सुनी, तो वह रुक गया। उसकी समझ में नहीं आया कि, जादुई चिराग क्या होता है। लोमड़ी ने जब देखा कि शेर का बच्चा रुक गया है। 

तो वह दौड़कर पास के एक पेड़ के पीछे छुप गई शेर के बच्चे ने पुकारा अरे लोमड़ी चाची यह जादुई चिराग क्या होता है। लोमड़ी ने देखा कि उसकी तरकीब काम आ रही है। 

जो दिल में आए उससे मांग लो

तो वह बोली यह एक चिराग होता है। छोटी सी कटोरी जैसा बस उसको  जमीन पर रगड़ लो तो उसमें से एक जिन निकलता है। यह लंबा चौड़ा, तुम्हारे बाप से भी कई गुना बड़ा जिन। 

वह आते ही हाथ जोड़कर पूछता है। महाराज आपने मुझे याद किया बस, अब जो दिल में आए उससे मांग लो। अच्छी से अच्छी और बड़ी से बड़ी चीज, बस दो मिनट में हाजिर। 

चिराग सिर्फ राजाओं को मिलता है

मगर वह चिराग सिर्फ राजाओं को मिलता है। और आप तो जंगल के राजकुमार हैं। शेर के बच्चे को यह बात सुनकर मजा आया। उसका दिल लालच से भर गया। 

वह बोला मगर लोमड़ी चाची यह चिराग मिलता कहां है। “मिलता कहां है” लोमड़ी ने इस तरह बोला, जैसे कुछ सोच रही हो। फिर बोली अरे ढूंढने से मिलता है 

मैं चिराग तलाश करूंगा

बस उसकी तलाश करना ही तो मुश्किल है। फिर मुंह बनाकर बोली मगर तुम तो सारे दिन जानवरों का शिकार करते फिरते हो। तुम्हारे पास इतना समय कहां है की, उसको ढूंढ सको। 

नहीं, नहीं ऐसा नहीं है। शेर का बच्चा बोला, मैं तलाश करूंगा। जब वह चिराग मुझे मिल जाएगा तो, मैं चिराग घिस कर मैं अच्छी-अच्छी चीजें मंगवा कर खाया करूंगा। 

दूसरे भाई को यह राज बिलकुल ना बताना

अच्छा अगर यह बात है तो, तुम आज ही से जादुई चिराग को ढूंढ़ना शुरू कर दो। बस एक बात का ध्यान रखना, अपने किसी दूसरे भाई को यह राज बिलकुल ना बताना। 

वरना वह भी तुम्हारी तरह शिकार छोड़कर, जादुई चिराग ढूंढना शुरू कर देंगें। आखिर वह भी तो तुम्हारी ही तरह इस जंगल के राजकुमार हैं। नहीं, नहीं बिल्कुल नहीं, मैं यह बात किसी को नहीं बताऊंगा। 

लोमड़ी ने शेर के पांचो बच्चों को अपने जाल में फंसा लिया

शेर का बच्चा बोला और वह जादुई चिराग को अपने दिल में बसाए जमीन को गौर से देखता हुआ जंगल की दूसरी तरफ चला गया। लोमड़ी दिल ही दिल में खूब मुस्कुराई। एक बच्चे को तो उसने अपने जाल में फंसा लिया। 

धीरे-धीरे उसने इस तरह शेर के पांचो बच्चों को अपने जाल में फंसाया। हर एक से उसने यही कहा, इस राज को वह दूसरे बच्चे को हरगिज ना बताएं। 

बहादुर लड़की

शेर के बच्चे जादुई चिराग ढूंढने लगे Motivational Hindi Stories

अब पांचो बच्चों ने धीरे-धीरे जानवरों का शिकार करना छोड़ दिया। और सारे जंगल में एक दूसरे से छिपकर जादुई चिराग ढूंढने लगे। जंगल के सारे जानवर खुशी से झूम उठे। 

और लोमड़ी की होशियारी और चालाकी के गुण गाने लगे। इधर जैसे-जैसे दिन बीतने लगे शेर के पांचो बच्चे दुबले और कमजोर होने लगे। और बच्चों के साथ-साथ बूढ़ा शेर और शेरनी भी कमजोर होने लगे। 

बूढ़े शेर के कान खड़े हुए

जब इस तरह भूखे रहते हुए काफी दिन गुजर गए। तो बूढ़े शेर के कान खड़े हुए। आखिर बात क्या है। बच्चे शिकार क्यों नहीं कर रहे हैं। उसने सोचा। 

एक दिन उसने पांचो बच्चों को अपने पास बुलाया। बातों ही बातों में जंगल के सारे जानवरों के बारे में पूछने लगा। उसने देखा पांचो बच्चों ने जंगल के दूसरे जानवर के बारे में तो कोई खास बात नहीं की। 

मक्कार लोमड़ी की शरारत सामने आई 

मगर बूढ़ी लोमड़ी की उन पांचो ने खूब तारीफ की। यह सुनते ही बूढ़े शेर का माथा ठनका। उसको पूरा यकीन हो गया कि, हो ना हो, उस मक्कार लोमड़ी ने जरूर कोई शरारत की है। 

और उसके बच्चों को छोटा समझकर बहकाया है। उसने पांचो बच्चों से कहा, देखो बच्चों लोमड़ी बहुत चालाक होती है। उसके बातों में बिलकुल ना आना। 

छोटे बच्चे ने सारी बात साफ-साफ बतला दी Motivational Hindi Stories

अगर उसने तुम लोगों से कोई बात कही हो तो, मुझे जरूर बता दो, वरना हम सब का बहुत बड़ा नुकसान हो जाएगा। चोर तो पांचो बच्चों के दिल में था। उन्होंने एक दूसरे की तरफ देखा। 

इससे पहले कि कोई कुछ बोलता छोटे बच्चे ने सारी बात साफ-साफ बतला दी। जब उसने बताया कि लोमड़ी ने यह भी कहा था कि, यह राज किसी को ना बताना। 

चालाक लोमड़ी हम सबको भूखा मार डालती

तो बाकी चारों बच्चों ने भी कबूल कर लिया, कि लोमड़ी ने उनसे भी यही कहा था। बूढ़ा शेर उनकी बात सुनकर मुस्कुराने लगा। शाबाश बच्चों, तुमने सारी बात सच-सच बात कर बहुत अच्छा किया। 

वरना वह चालाक लोमड़ी हम सबको भूखा मार डालती। शेर ने अपने बच्चों को समझाया। बच्चों दुनिया में ऐसे चालाक लोग बहुत होते हैं। जो छोटे बच्चों को लालच देकर बहका देते हैं। 

जिंदगी में जो कुछ वह सिर्फ अपनी मेहनत से मिलता है

तुम सबको आपस में मिलजुल कर रहना चाहिए। और एक दूसरे के ऊपर भरोसा करना चाहिए। सही बात यह है कि, हम हमको जिंदगी में जो कुछ मिलता है। 

वह सिर्फ अपनी मेहनत से मिलता है। इस दुनिया में जादुई चिराग ना पहले कभी था, और ना अब है, बस तुम्हारी मेहनत और ईमानदारी का नाम ही जादुई चिराग। पांचो बच्चे बूढ़े शेर के आगे रोने लगे जैसे उनको अपने किए पर पछतावा हो रहा हो। 

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