Fairy Tales In Hindi-2024 सुंदर परी और किसान

प्रिय दोस्तों आज हम एक नई Series Fairy Tales In Hindi start कर रहे हैं जिस मे बहुत मजेदार और रोमांचक पारियों की कहानियाँ एक के बाद एक पोस्ट होंगी, आशा करते हैं क आप को बहुत पसंद आएगी। comment करके जरूर बताएं।

दयालु किसान 

एक समय की बात है, एक गाँव में एक किसान रहता था, वह बहुत दयालु था। एक दिन वह अपने खेत में काम करने जा रहा था। खेत के रास्ते में एक कुआँ पड़ता था। 

वो बहुत पुराना कुआँ था। एक दिन उसने कुएं से किसी की आवाज सुनी, कोई मदद के लिए पुकार रहा था।

जादूगर का कुआं Fairy Tales In Hindi

ये आवाज़ किसी औरत की थी, कुँआ पर एक जादूगर का कब्ज़ा था। किसान ने सोचा कि शायद जादूगर स्त्री का रूप बदलकर मुझे फंसाने की कोशिश कर रहा है। 

जब यह आवाज तीन दिनों तक लगातार आती रही, तो एक दिन किसान ने कुएं में झांक कर देखा तो ये एक सुंदर परी थी, जिसको जंजीरों में बांधा हुआ था।

किसान ने परी को कुएं से बाहर निकाला

परी ने किसान से कहा कि तुम मेरी मदद करो और जब तक मैं इन जंजीरों में बंधी रहूंगी, तब तक मेरा कोई जादू नहीं चल सकता। 

किसान उसी समय घर से रस्सी लेकर आया और परी को कुएं से बाहर निकाला। 

परी ने कुएं में आग लगा दी

जब परी कुँए से बाहर निकली, तो उसने अपनी जादू की छड़ी से कुएं में आग लगा दी और जादूगर कुएं के साथ ही मर गया।

परी ने किसान को धन्यवाद दिया और कहा, कि जब कभी तुम्हें मेरी मदद की जरूरत हो तो मुझे बुला लेना। 

परी ने किसान को एक अंगूठी दी, और कहा कि जब तुम मुझे बुलाना चाहो तो यह अंगूठी अपने हाथ में पहन लेना। 

भयानक भेड़िया Fairy Tales In Hindi

मैं तुरंत वहां आ जाऊंगी, उसके बाद परी वहाँ से चली गई। और किसान अपने घर चला गया। 

एक दिन एक भयानक भेड़िया किसान के खेत में आ गया, वह उसे खाने के लिए किसान के पास आने लगा। 

परी की अंगूठी 

किसान बहुत घबरा गया, अचानक उसे परी की बात याद आ गई, और उसने वही अंगूठी निकाली और उसे अपने हाथ मे पहेन ली। 

परी वहाँ आ गई, और अपनी जादुई छड़ी से भेड़िये को मार डाला। 

इस तरह किसान की जान बच गयी। किसान ने परी को धन्यवाद दिया और परी चली गयी।

नैतिक शिक्षा Fairy Tales In Hindi

इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है कि यदि हम किसी को परेशानी या कष्ट में देखें तो उसकी यथासंभव मदद करनी चाहिए, उसके प्रति सहानुभूति रखनी चाहिए और उससे मुंह नहीं मोड़ना चाहिए। 

हमारे इस काम से परमेश्वर भी खुश होते हैं और हमारी पुण्य भी बढ़ते हैं। और यही गुण मुसीबत के समय हमारे काम आते हैं और हमें मुसीबत से मुक्ति दिलाते हैं। 

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सपने मे परी

दरवाजे पर दस्तक हुई

नन्हीं शीला एक दिन अपनी गुड़ियों के लिए चाय बना रही थी कि, अचानक उसके घर के दरवाजे पर दस्तक हुई। 

शीला को लगा कि उसकी कोई सहेली उससे मिलने आई है। 

लेकिन जब उसने दरवाज़ा खोला तो देखा, कि एक महिला अपने तीन बच्चों को गोद में लिए खड़ी थी। 

इसके साथ ही उस महिला की बांहों में सात रंगों के खूबसूरत पंख भी लगे थे। 

सितारा परी Fairy Tales In Hindi

और उसके माथे पर एक सितारा चमक रहा था। और कपड़े तो ऐसे थे जैसे तितली के पंखों की से बना हो। 

शीला ने उसे मुस्कुराते हुए देखा और पूछा, खूबसूरत महिला “तुम कौन हो?”

महिला बोली, मैं हूँ “सितारा परी”, शीला ने पूँछा “तुम्हें मुझसे क्या काम है”। सितारा परी बोली “मुझे अपने घर में प्रवेश करने कि इजाजत दो।”

बच्चों को तुम्हारे बाथरूम में नहलाऊंगी

शीला कहने लगी, घर में घुसकर क्या करोगी?” सितारा परी ने कहा, ”मैं अपने बच्चों को तुम्हारे बाथरूम में नहलाऊंगी। 

शीला ने उत्तर दिया. “अच्छे से नहला लो।” 

अब परी बाथरूम में अपने बच्चों को नहलाने लगी, और शीला दौड़कर अपने खूबसूरत मेहमान की खातिर करने के लिए बाजार से बिस्किट खरीदने चली गई। 

आप पढ़ रहें हैं Fairy Tales In Hindi

बाथरूम खुशबू से महक रहा था

जब वह वापस आई तो उसने देखा, कि उसका खूबसूरत मेहमान गायब था। लेकिन बाथरूम खुशबू से महक रहा था। 

शीला ने आश्चर्य से बाथरूम के चारों ओर देखा, कि परी अपना एक खूबसूरत दस्ताने को अल्गिनी पर भूल गई थी। 

वह दस्ताना बहुत प्यारा था। उसे देखते ही शीला के मुंह से खुशी के मारे चीख निकल गई। 

उसने दौड़कर उसे पहन लिया। दस्ताना पहनते ही वह दूसरी दुनिया में पहुंच गई।

दूध की नदियाँ Fairy Tales In Hindi

उसने देखा कि वह ऊपर एक पहाड़ पर खड़ी है, जिससे दूध की नदियाँ नीचे कि ओर बह रही हैं। पहाड़ पर चांदी के छोटे छोटे चम्मच भी बिखरे पड़े थे। 

शीला ने एक चम्मच उठाया और ऊपरी पहाड़ों की मजेदार चोटियाँ खाने लगी। खाने के बाद उसे प्यास लगी, तो वो नीचे उतर आई, दूध कि नदियों के किनारे चांदी के कटोरे रखे थे। 

शरबत के फव्वारे Fairy Tales In Hindi

एक कटोरा नदी के दूध से भरकर उसने पिया,और फिर आगे बढ़ गई, हर तरफ बाग ही बाग थे। जिनमे रंग बिरंगे शरबत के फव्वारे नाच रहे थे। 

फव्वारों के जलाशय किनारे पर सोने के गिलास रखे थे। उसने एक फव्वारे से शरबत का एक गिलास पिया, फिर दूसरे फव्वारे से, फिर तीसरे फव्वारे से।  

क्योंकि हर फव्वारे के शरबत में एक नया स्वाद था। इसके बाद शीला बगीचे को ध्यान से देखने लगी। 

पंछी भी मिठाई के हैं

मालूम हुआ कि इसमें जो चहकने वाले पंछी हैं, वो भी मिठाई के हैं। शीला ने एक बटेर और एक कोयल को पकड़ कर खाया और फिर आगे बढ़ गई। 

आगे एक बड़ा सुन्दर बाज़ार आया। जिसमें हर तरफ परियां ही परियाँ नजर आ रही थीं।  

बाजार और तमाशा

शीला उनमें घुस गयी और बाजार का तमाशा देखने लगी। दुकानों में अजीबोगरीब चीजें बेची जा रही थीं। 

रंग-बिरंगे फूल, तितलियाँ, सितारे, मोती।  गुलदान मुरब्बे – चाकलेट और तरह तरह के खिलौने। 

अचानक शीला को सितारा परी अपने बच्चों के साथ एक दुकान पर खड़ी दिखाई दी। 

वह एक दुकान से अपने बच्चों के लिए नरगिस के फूल चुरा रही थी। शीला चिल्लाकर बोली, “सितारा परी दुकानदार के फूल क्यों चुरा रही हो?” 

सब भूल जाओ Fairy Tales In Hindi

सितारा परी ने मुड़कर उसकी ओर देखा और मुस्कुराते हुए कहा, “शीला मेरे पास आओ।” “जब शीला उसके पास आई तो उसने अपने कोमल हाथ उसकी आँखों पर रखकर दिए। 

और बोली “शीला जो देख रही हो न देखो। जो सोच रही हो वो मत सोचो। और जो कुछ देख चुकी हो, भूल जाओ। 

शीला ने सपना देखा 

उसके बाद सितारा परी ने एक जोर से खूबसूरत कहकहा लगाया, और शीला की आंखों से अपने कोमल हाथ हटा दिए। 

शीला डर गयी, उसने आँखें खोलीं और इधर-उधर देखने लगी। अब वहां कुछ भी नहीं था, वह अपने बिस्तर पर लेटी हुई थी। 

उसके चाचा का सफेद मुर्गा कुकडूं कूं कर रहा था। आसमान में सुबह का तारा उसे देख देखकर शरारत से मुस्कुरा रहा था।

तो दोस्तों आज के लिए ये दो कहानियाँ आप को कैसी लगें comment मे जरूर लिखें।

नीलम परी

प्रस्तावना 

आज हम आपके लिए “नीलम परी” नामक परी की एक प्यारी कहानी प्रस्तुत कर रहे हैं। हर मंगलवार को परिस्तान की परियाँ एक बाग में जानवरों के साथ मौज-मस्ती करने और खेलने के लिए आती थीं। 

इन परियों में एक नीलम परी भी थी जिसके सात रंग के पंख थे और जब आकाश उसके सात पंखों वाला था।

खूबसूरत बाग Fairy Tales In Hindi

एक बाग में बहुत सारे जानवर रहते थे। हर तरफ रंग-बिरंगे फूल खिले हुए थे। बाग स्वादिष्ट मीठे रसीले फलों से लदा हुआ था। हर मंगलवार को परिस्तान की परियाँ जानवरों के साथ खेलने और मौज-मस्ती करने आती थीं। 

सात रंग 

जब पक्षी खुशी से चहचहाते थे तो उन्हें बहुत अच्छा लगता था। परियों में एक परी थी “नीलम परी” जिसके पंखों पर सात रंग थे। 

इस परी की खास बात यह थी कि जब वह हवा में उड़ती थी, तो उसके सातों रंग कि परछाई आसमान में दिखाई देते थे, जो देखने में बहुत सुंदर लगते थे। 

बारिश 

आज भी मंगलवार था, सुबह से ही बाग में उत्सव जैसा महोल था। सभी लोग तैयार होकर परियों का इंतजार कर रहे थे। 

तभी अचानक बारिश होने लगी। और देखते ही देखते बाग मे तालाब जैसा बन गया। उत्सव के लिए की गई सभी सजावटें बारिश की भेंट चढ़ गईं। 

परियाँ 

सभी जानवर आश्चर्यचकित और चिंतित थे कि यह बे मौसम बारिश कैसे हो गई। छोटे जानवर बहुत क्रोधित हो गए, क्योंकि उनकी तैयारी धरी की धरी रह गई। उसी समय परियों का एक दल बाग में उतरा। 

सब जानवर नाराज Fairy Tales In Hindi

गुस्से में जानवरों ने उनका स्वागत भी नहीं किया। परियाँ आश्चर्यचकित रह गईं कि आज ऐसा क्या हो गया कि किसी ने उनका स्वागत नहीं किया। उनकी रानी ने लोमड़ी से पूछा कि यहां हर कोई नाराज क्यों है। 

बारिश एक वरदान है

लोमड़ी उदास हो कर बोली कि बारिश से मेला खराब हो जाने के कारण। उसने पूरी बात रानी को बता दी। यह सुनकर रानी मुस्कुराई और बोली। 

दोस्तों ! बारिश एक वरदान है, इस बारिश से हमें कितना फायदा होता है, हर तरफ हरियाली ही हरियाली हो जाती है। 

सूरज तो निकला नहीं

नए फल उगते हैं, बाग की खूबसूरती भी बढ़ गई है, सभी जानवर रानी की बातें बड़े ध्यान से सुन रहे थे। 

यह सब सुनने के बाद सफेद खरगोश ने तुरंत कहा, “यह सही है।” लेकिन अब हम नीलम परी के सात रंग कैसे देख सकते हैं। सूरज तो निकला नहीं। 

नीलम परी Fairy Tales In Hindi

यह सुनकर परियाँ हँसने लगीं, रानी बोलीं हम अपने मित्रों को दुःखी कैसे देख सकते हैं। रानी ने नीलम परी को बुलाया तो नीलम परी तुरंत प्रकट हो गयी और आते ही बोली! 

आइए हम सब खुश रहें, यह कहते हुए उसने अपने सात रंग दिखाना शुरू कर दिया, नीलम परी ने उड़ान भरी और हवा में पहले लाल रंग, फिर हरे, नीले और पीले रंग के साथ अजीब पैटर्न बनाए। 

इंद्रधनुष

इसी तरह इन रंगों से बाग खूबसूरत दिखने लगा। सभी जानवर ख़ुशी से तालियाँ बजाने लगे। बादल छंट गये और सूर्य प्रकट हो गया। ये रंग आसमान से उतरते हुए महसूस हुए। 

फिर ऐसा हुआ कि नीलम परी आसमान में सातों रंग हमेशा के लिए छोड़कर परिस्तान में चली गई। अब हर बारिश के बाद अक्सर ये रंग दिखाई देते हैं जिन्हें हम “इंद्रधनुष” कहते हैं।

नैतिक पाठ: Fairy Tales In Hindi

प्यारे बच्चों! बारिश परमेश्वर की बड़ी देन है। वर्षा के कारण पृथ्वी हरी-भरी और उपजाऊ हो जाती है और हमारे लिए विभिन्न सब्जियाँ और पौधे उगते हैं। पेड़ भी ताज़ा हो जाते हैं और मौसम भी सुहावना हो जाता है। 

इसलिए बारिश के कारण होने वाली थोड़ी सी कठिनाई से नाराज और परेशान न हों। मानो बाग के जानवरों को समझ आ गया हो और उनका मनोरंजन थोड़ा गड़बड़ा गया हो। लेकिन नीलम परी ने साबित कर दिया कि बारिश ने उनका मजा किरकिरा नहीं किया बल्कि और मजेदार बना दिया है। 

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि अगर आपने मौज-मस्ती का दिन प्लान किया है और बाहर जाना चाहते हैं लेकिन उसी दौरान बारिश हो जाए तो इस बारिश को अपने लिए परेशानी न समझें बल्कि इसे प्रमेशवर की ओर से वरदान समझ कर और मौज-मस्ती बेहतर तरीके से आनंद लें। 

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